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Sunday, November 14, 2010

वो आज में जीते है.....

वो आज में जीते है 

कल को भूलते है और 

कल को याद रखते है 

इस कल के लिए ना जाने कितने आज गुज़ार देते है 

पर ये नही समझ पाते कि जो आज है 

वो कल नही और जो कल है वो परसों नही 

पर बात ये है कि जो कल था वो आज है 

और वही आज, कल है 

वही कल परसों भी होगा

लेकिन वो परसों कभी कल नही होगा 

लेकिन वो फिर कल होगा....

ये आज और कल का खेल है 


परसों भी एक खिलाड़ी है 

लेकिन ये तीन खिलाड़ी आपस में जुड़े है 

क्योंकि जब कल था तो वो आज हुआ 

फिर यही आज कल हो जायेगा 

और ये कल परसों 

लेकिन कल तो आज से पहले था

फिर ये कल परसों कैसे हुआ ?

और अगर परसों को भी कभी आज होना है 

तो ये परसों कल कैसे हुआ?

तीनो खिलाड़ी कम नही है 

तीनो को महारथ हासिल है 

इस आज कल और परसों में ही 

ना जाने कितने आये और चले गए 

अब भी जा रहे है 

कल भी जा रहे थे 

आज भी जा रहे है 

कल भी जायेंगे 

और परसों भी जायेंगे 

इन तीन खिलाड़ियों की बात सो समझ गया 

वो जी गया....

लेकिन जो नही समझा वो भी जी गया...

इस आज से दोस्ती कर लो 

कल से डरो

और आज से पहले वाले कल को मत देखो 

क्योंकि ये आज से पहले वाला कल सबसे घातक है 

इस कल ने ना जाने किस किस को आज में मार डाला

इस कल ने आज तो जीने नही दिया 

बल्कि आज के बाद आने वाला कल भी देखने नही दिया 

परसों की तो छोडिये जनाब....

इसलिए कहता हूँ आज से पहले वाले कल को कभी मत देखो 

आज के बाद वाले कल पर नज़र रखो

उस कल को संवारो 

क्योंकि उस कल के बाद परसों तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है

अगर परसों से पहले वाला कल यानी आज के बाद वाला कल 

संवर गया तो तुम तुम्हारे कल को संवार दोगे 

ये वही कल है जो कभी आज से पहले था 

लेकिन अब ये आज के बाद वाला कल है 

और परसों से पहले वाला कल भी यही है 

यानि इस कल पर सब कुछ निर्भर करता है 

आज कल और परसों की इस कश्मकश में 

आज को मत जाने दो 

और कल का इंतज़ार करो 

क्योंकि इस कल के बाद परसों आना है 

आज कल फिर परसों

फिर परसों बन जायेगा आज से पहले वाला कल 

इस कल से प्यार करो लेकिन इससे सावधान रहना

कभी भी वार कर देगा ये कल

आज से कभी धोखा मत करना क्योंकि 

आज है तो कल है 

और ये कल था तो आज है 

परसों की परसों देखना कि कौन क्या था क्योंकि उस दिन परसों आज होगा तुम्हारा.......




गहरी बात है इन तीन खिलाड़ियों को अपनी जिंदगी में उतार लो इन्हे अपना दोस्त बना लो लेकिन इनसे दोस्ती मत करना चाहो तो इनको अपना दुश्मन बना लो लेकिन इनसे दुश्मनी मत करना......


दिल से धन्यवाद,

मोहक शर्मा......

3 comments:

Sanjeev Goel said...

dear abhi ek hi baar parha hai aur tum jaantey ho ki ek baar me ye aaj kal aur parson control me nahi aaney waley so abhi no comments haan vaise bahut hi gahra sandesh deney ki koshish aapney ki hai..........aur sahi hai ki jo samajh gaya vo jee gaya aur jo nahi samjha vo bhi jee gaya but jeeney jeeney me antar hai dost........:)
abhi 2-4 baar aur gaharayi se parna parega tabhi koi sahi baat kah sakunga dost....

मोहक शर्मा said...

हा हा हा हा....बिलकुल दोस्त...आपका ब्लॉग है..जब चाहे तब पढ़े...गहरी बात कहने की कोशिश मात्र है मेरी तो बस...

Anonymous said...

achha hai ...
ab to aana padega yahan....